Ansi | UTF-8 | Devanagari |
Arzdasht 102
||:|| श्री गोपालजी सहाय छै
5 श्री महाराजा बीसन सिघजी
||:|| स्वस्ति श्री महाराजाधिराज महारांजाजी श्री चरण कमलांनु षांनांजाद
षाक पाय पां॰ जगजीवन दास लिषतं | तसलीम बंदगी अवधारजौ जी | अठा का स्माचार
श्री महाराजाजी रा तेज प्रताप सुं भला है | श्री महाराजाजी रा सुष स्माचार
सासता प्रसाद करावजौ जी | श्रीजी माइत है धणी है | श्री परमेसुरजी री जायगा
है | म्हे श्री महाराजाजी रा षांनांजाद बंदा हां | श्री पातिसाहजी श्री
महाराजाजी सुं महरवांन है | श्री महाराजाजी सुष पावजौ जी | पांन गंगाजल
आरोगण रा जतन फुरमावजौ जी |
| महाराजाधिराज सलांमत - श्री महाराजाजी रो परवांनो षांनांजाद नवाजी रो
पोस सुद 12 आयो माथै चढाय लीयो सरफराजी षांनांजाद नवाजी हुइ तसलीमात बजाय
ल्यायो |
| श्री महाराजाजी परवांनां मै हुकम भेजो थौ मेघराज नै वकालत सुं सरफराज
कीयो है जी | तरै मेघराज आवै जी | तरै तुं सरकार रा कांम काज सुं षबरदार
रहजै सु महाराज सलांमत - षांनांजाद मवाफक हुकम रै सारा कांमां सु षबरदार
हुवो असद षांजी रुहला षांजी बहरमंद षांजी लुतफला षांजी सलाबत षांजी नै षत
भेज्या था सु सलाबत षांजी तो रुहला षांजी रा बकसी-गरी मै नायब है सु वां नै
षत दीयो सारी हकीकत श्रीजी री कही दस बार हजार असवार मोजुदी है राह अमन चेन
सुं चलै है थांणां बदी है गढीयां मीसमार लायक है सु तो मीसमार करै है राषण
लायक है ती मै थांणां बेठाया है सब हकीकत कही असद षांजी साहजादा कांम बकस
की साथ चीजी है तठै भेज देसां रुहला षांजी बेडरां की तंबीह नै लागा है तठै
भेज देसां बहरमंद षांजी दीन पांच दस्मै (sic!) आसी तब षत देसां अर लुतफला
षांजी मनसब सुं बर तरफ है लसकर बारै चोकी उपर पड़ा है सु देसां अर केसोराय
वकील नै परवांनो दीयो अमला फेलानै दसतग दीषाइ फाजल षां षांन सांमां नै
अमानत षां इनायतुला षां त-(----)-रां दीवांन सुं मीला मीर हादी फुरमांन
नवीस सुं मीला केसोराय कहाय भेजो ऐक लाष पंदरा हजार रुपया म्हारा आवै है ती
की नीसां करौ तो कांम नै हाथ लगायौ तब षांनांजाद कहाय भेजौ थां नै श्री
महाराजाजी हजुर बुलाया है हीसाब ले हजुर जावो सु हजुर को जांणो तो कबुल न
करै स रदबदल दर मीयांन है चुकसी सु अरजदासत करसुं जी |
अर अमलो फेलो षाम्नांजाद सुं मीलो सु वै (पै ?) जाहर करै है ऐक लाष केइ
हजार रुपया देणां है अर ज्मां षरच की ताकीद की सु जाहर कीयो | अब ज्मां षरच
करसां सु तद ज्मां षरच देढ दोय बरस को बणाय चुकसी तब षांनांजाद कनै आय रहसी
नवासीर सु बणावणो है मेघराज भी दीन दस पंदरा मै आसी दोनु षांनांजाद चालीस
भायां सुं गुलांमी मै हाजर हां श्रीजी अठा दीसा सारी बातां षातर मुबारक
ज्मां फुरमावजौ जी | षांनांजाद पोस सुद 12 सुं सारा कांम काज सुं षबरदार
हुवो सारा दफतरां का मामला सुं सारा मुतसदीयां सुं मीलो वाकफ हुवौ | श्री
महाराजाजी रो हाथ सीर पर चाहजै श्रीजी रा प्रताप सुं सारा कांम होसी जी |
| महाराज सलांमत - मीर हादी फुरमांन नवीस सुं बीला श्री महाराजाजी री
फोजदारी मै परगनां हैं | त्यां का जागीरदार सदा फीरयाद करता सु मीर हादी
अरज करी हुकम हुवो सारा जागीरदारां की इस्म-नवीसी अर दांम अर परगनां लीषवै
फरदां थे हसबल हुकम आकल षां नै लीषो ती मै फरदां लपेट भेज दौ जो दावो करै
सु आकल षां पास रजु होवे सु महाराजाजी सलांमत - सारा मुकदमां रो अमीन हुवो
है सु श्रीजी भी ऐक वकील कर आकल षां पास भेजजो जी | अर जो मुकदमो चुकै ती
की हकीकत षांनांजादां नै लिषजौ अर जो न चुकै अठै आवै ती की तफसीलवार लीषजौ
जु म्हे भी जवाब सवाल हुकम माफक करां |
| महाराजाधिराज सलांमत - केसोराय उमरांवां कनै सरकार रो गीलो करतौ फीरै है
सु झष-मारो षांनांजाद षबरदार है अर केसोराय महाराजाजी रा प्रताप सुं चार
टका पाया है सु उमरांवां नै देतो फीरै है कहै है म्हारी फेर सीपारस लीषौ
वकालत बहाल रहै सु वै नै वकालत मै लालच है हजारां पावै थौ अर षांनांजादां
नै तो गुलामी सुं कांम है जठै रहां तठै बंदगी करां अर वौ पइसां को जोर राषै
है म्हे गुलामी को जोर राषां हां |
| रबी अल अवल ताइं सोला हजार रुपयां री तलब है ती मै पोस सुद 5 दस हजार
रुपयां री हुंडी केसोराय कनै आइ थी सु बोहरां नै बांट दीयां अर जां नै दीया
त्यां कनां सु फेर ले ओरां नै दीया इ भांत पचास साठ हजार रुपयां रा तो षत
फेरा ओर भी फेरो थो इतरै षांनांजाद नै परवांनो आयो तब रहा-सु इ भांत ब्याज
पड़ ब्याज चढौ बोहरा षत ले आया था सु देष्या महाराजाजी रा नांव राषत है टेक
चंद मुनसी लीषै है पोहकर दास मुसरफ की नीसांनी है डुगरसी तहवीलदार को भरणो
है केसोराय की मोहर है मोहमसाजी बाबत सारो करज है दवाब की तो देढ माहांरी
तलब है श्रीजी देस नै ताकीद लिषजो षरची षांनांजादां पस भेजै जी |||||