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Arzdasht 336

श्री गौपालजी सहाय

|| श्री महाराजाधिराज महाराजा श्री

|| जै सिघजी

||:|| स्वस्ति श्री महाराजाधिराज महाराजा श्री चरण कमलानु षांनाजाद षाक पाय पां॰ जगजीवन दास लिषतं | तसलीम बंदगी अवधारजौ जी | अठा का स्माचार श्री महाराजाजी रा तेज प्रताप थे भला छै | श्री महाराजाजी रा सीष स्माचार सासता प्रसाद करावजौ जी | श्री महाराजाजी माइत है धणी हे | श्री परमेसुरजी री जायगी हे | म्हे श्री महाराजाजी षांनाजाद बंदा हां | श्री पातिसाहजी श्री महाराजाजी थे महरवांन है | श्री महाराजाजी सुष पावजौ जी | पांन गंगाजल आरोगण रा जतन फुरमावजौ जी |

| षांनाजाद नवाजी रा परवांनां पै दर पै इनायत हुवा सु सीर चढाय लीया तमाम सरफराजी षांनांजाद नवाजी हुइ जी |

| महाराजा सलामत - अहमदाबाद गुहारा की फोजदारी को फुरमान सरपाव घोड़ो गुरजदार की साथ इनायत हुवो सु हजुर भेजो है सु अदब कवायद सुं लीजौ जी | अर साहजादै अजीम शांजी नीशांन व सरपाव महरवांनगी रो भेजो है | सु हजुर पोहचसी जी | महाराजा सलांमत - पातिसाहजी तो नीहायत महरवांनगी फुरमाइ कोल करार कीया था सु सब साचा कीया पण साहजादाजी की बडाइ कठा ताइं लिषजै जेता बचन जुबान सुं फुरमाया था सु सब बजाय ल्याया अब सुकर गुजारी की अरजदासत भेजजौ जी अर सीताब कुच फुरमाजौ जी |

| बीरादरी की जागीर व मसरुत की जागीर इ भांत डोल करावां हां जी |

| महाल मसरुत को अहमदाबाद गुहारा मे माजुल की तगीर

8635000 हवेली अहमदाबाद गुहारा मै

7448175 परगने जलालपुर सरकार अहमदाबाद गुहारा

400000 परगने षरेला (बरेल ?) सरकार मजकुर

796500 परगने माहेच सरकार मजकुर

= 17279675)

ऐक कीरोड़ बहतर लाष उन्यासी हजार छह से पाचहतर दांम |

| सुबा अज्मेर मै डोल लीषायो है बीरादरी की तलब मै

4420000 परगने नगर सरकार रणथंभोर

3600000 परगने उणयारो सरकार मजकुर

300000 परगने बणेहटो सरकार मजकुर

1700000 परगने झीलाय सरकार मजकुर यो परगनो नुसरत यार षां का डोल मे भी पातिसाहजी हजु-(--------)

1300000 परगने सारसोप सरकार रणथंभोर

3370617 परगने पकलांत सरकार मजकुर

157000 परगनां चाटसुं मे पायबाकी थी सु लिषाइ

= 17547617

ऐक कीरोड़ पीचहतर लाष सेतालीस हजार छह से सतरा दांम अज्मेर मै लीषाया |

महाराजा सलामत - असी लाष दांम बीरादरी का ओर लेणां रहसी सु अज्मेर का परगना हजुर सुं लिष्या आया है सु ओर पायबाकी न्ही अर सरकार नारनोल मे भी पायबाकी न्ही अज्मेर अकबराबाद का सुबा मे मुतसल वतन के हजुर का लिष्या मवाफक परगनां दरबसत पासां तथा दांम मुतफरकात भी पासां तो लेसां अर यां दोनु सुबा मे पायबाकी न पाइ तो अहमदाबाद गुहारा मे ओर परगना हे पायबाकी सु लेसां जी | तलब सअ (sic!) भर लेसां जी इ कांम सुं षातर मुबारक ज्मां रहै डोल जागीर को कचहड़ी मे अबार ही लिषावां हां येता परगना तो लिषाय चुका हां ओर लिषावता जावां हां गुरजदार जरुर चलावणो थो ती सुं अरजदासत चलाइ कचहड़ी मै परगनां मुसकस ओर ठहरसी सु डोल मे लिषाय डोल पातिसाहजी हजुर जासी तब अरजदासत करसुं जी |||||